Dream11 ने VIVO से लगभग 30% ज़्यादा कीमत पर IPL Title Sponsorship Rights खरीदा – Cricket News in Hindi

Cricket News in Hindi – लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प से देश की जनता में चीन के खिलाफ ग़ुस्सा भरा हुआ है। इसी का नतीजा है की IPL 2020 Title Sponsorship Rights से VIVO 4 महीने के लिए दूर हो गई है।

Cricket News in Hindi - IPL Title Sponsorship Rights 2020

IPL Title Sponsorship Rights 2020 : Cricket News in Hindi

Cricket News in Hindi – Dream 11 Buy IPL 2020 Title Sponsorship Rights

इसके बाद IPL 2020 Title Sponsorship Rights को ख़रीदने के लिए देश की बड़ी बड़ी कंपनियों के बीच होड़ लगी हुई थी। इसके पीछे का कारण है की जिस भी कम्पनी को IPL Title Sponsorship Rights मिलता है वो IPL के दौरान ख़ुद को जनता के दिमाग में बसा सकती है और उनका business रातों-रात चमक सकता है। इसी वजह से देश और दुनिया की कम्पनीज़ IPL Title Sponsorship Rights के लिए बढ़-चढ़ कर बोली लगती हैं।

Dream11 एक वीडियो गेमिंग कम्पनी है। भारत की यह कम्पनी अपने क्षेत्र में मार्केट लीडर है यानी सबसे बड़ी कम्पनी है। अब जबकि कम्पनी ने IPL के Title Sponsorship अधिकार ख़रीदने में सफल हो गई है तो UAE में IPL 2020 शुरू होते ही इस कम्पनी का नाम और पहुँच पूरी दुनिया में होगी।

IPL के दर्शक पूरी दुनिया में है, इससे भी बड़ी बात IPL 2020, UAE में हो रहा है तो इस बार कम्पनी को और ज़्यादा मौक़ा मिल गया है ख़ुद को पूरी दुनिया में विस्तारित करने का।इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के Title Sponsorship अधिकार हासिल करने के बाद अब कम्पनी UAE में होने वाले IPL 2020 के लिए Title Sponsor बन चुकी है।

हालाँकि Dream 11 को IPL Title Sponsorship के अधिकार हासिल करने के लिए बहुत पैसा ख़र्च करना पड़ा है। IPL Title Sponsorship के लिए Dream 11 ने कुल 222 करोड़ रुपये BCCI को देगी।

आपको बता दें की IPL Title Sponsorship Rights के लिए चीन की मोबाइल कम्पनी VIVO, BCCI को हर साल 440 करोड़ रुपए का भुगतान करती थी। अब आप कहेंगे की हमने जो Headline दी हुई है वो तो गलत है क्योंकि VIVO ज़्यादा पैसा दे रहा है। लेकिन Headline भी पूरी तरह सच है और VIVO द्वारा दिए जाने 440 करोड़ रुपए की बात भी सच है। इसके पीछे की कहानी कुछ और ही है। चलिए आपको बताते हैं

दरअसल चीन की मोबाइल कम्पनी VIVO, BCCI को सालाना 440 करोड़ का भुगतान करता था। लेकिन Dream 11 को जो IPL 2020 Title Sponsorship Rights मिलें हैं वो सिर्फ़ 4 महीने के लिए हैं। यानी VIVO एक साल में जितनी रकम BCCI को देता है, अगर उसका 4 महीने का औसत निकाला जाए तो यह क़रीब 146.66 करोड़ रुपए ही होता है जबकि भारतीय कम्पनी Dream 11 ने सिर्फ़ 4 महीने के IPL Title Sponsorship Rights के लिए 222 करोड रुपए दे रही है।

BCCI और VIVO के बीच 4 महीने का समझौता सिर्फ़ भारत और चीन के बीच हालातों को देख कर लिया गया है, 4 महीने बाद आप सब फिर से देखेंगे की VIVO ही BCCI के सभी मैचों का Title Sponsor हो जाएगा।

Dream11 द्वारा IPL 2020 का Title Sponsorship Rights 220 करोड़ रुपए में लेने पर IPL के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने कहा – “अभी की परिस्थितियों को देखते हुए, यह सौदा बहुत ही अच्छा है, हम इस सौदे से ख़ुश हैं। ये अधिकार केवल 4 महीने और IPL 2020 के लिए ही है।”

पटेल ने पुष्टि की कि Dream 11 ने दो अन्य बोलीदाताओं, एडु टेक प्लेटफॉर्मों – बायजू (201 करोड़ रुपये) और UnAcademy (171 करोड़ रुपये) को पीछे छोड़ कर IPL Title Sponsorship Rights हासिल किया है। यह पता चला है कि टाटा समूह और पतंजलि ने भी बोली लगाई थी, लेकिन इन सभी को पीछे छोड़ते हुए बाज़ी Dream 11 के हाथ लगी।

इससे पहले चीनी स्मार्टफोन निर्माता VIVO ने 2018 में BCCI से 5 साल के लिए IPL Title Sponsorship Rights को 2199 करोड़ रुपये में लेने के लिए सहमति व्यक्त की थी। भारत में चीन के प्रति रोष को देखकर इस IPL 2020 के लिए VIVO ने BCCI के साथ अपनी साझेदारी को निलंबित करने का फैसला किया।

6 अगस्त को बीसीसीआई के एक बयान में कहा गया, “भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और विवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 2020 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए अपनी साझेदारी को स्थगित करने का फैसला किया है।”

यद्यपि दोनों पक्षों द्वारा कोई कारण नहीं बताया गया था, लेकिन यह समझा जाता है कि देश में प्रचलित चीन विरोधी भावना के कारण ही VIVO और BCCI ने IPL 2020 में चीनी कम्पनी का Title Sponsorship रखना व्यावसायिक समझदारी नहीं होती, इससे पूरे देश में IPL 2020 का Boycott भी हो सकता था।

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