अभी मच्छरों का मौसम चल रहा है, बारिश होने की वजह से मच्छर बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस भी लगभग हर जिले तक पहुँच चुका है, ऐसे में लोग चिंतित हैं और ये जानना चाहते हैं कि – क्या मच्छर किसी को कोरोना वायरस से संक्रमित कर सकते हैं या नही? इस बारे में विशेषज्ञों की क्या राय है आज हम आपको बताएँगे।

Can mosquitoes be carriers of corona virus?
मच्छर रक्त जनित बीमारियों को प्रसारित करने के लिए जाने जाते हैं, इससे लोग चिंतित हैं की क्या मच्छर कोरोनो वायरस के भी वाहक हो सकते हैं ? और यदि हां, तो क्या वे इसे मनुष्यों तक पहुंचा सकते हैं और क्या किसी व्यक्ति को Covid-19 से संक्रमित कर सकते हैं ?
संक्षिप्त में तो हम यही कह सकते हैं की इसकी संभावना नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आधिकारिक गाइडलाइन के अनुसार कोरोनो वायरस मच्छरों के काटने से हो सकता है अभी इसका कोई सबूत नहीं मिला है।
आपको बता दें की कोरोना वायरस एक श्वसन वायरस है और इसके संचरण का मुख्य तरीक़ा जब हमारी छींक, खाँसी या पसीने या साँस हवा में जाती है, तभी यह दूसरे व्यक्ति तक पहुँच सकता है।मच्छर में यह वायरस तभी जाएगा जब वायरस इंसानी खून में मिलेगा।
“SARS-CoV2 (Covid-19 का कारण बनने वाला वायरस) एक श्वसन वायरस है, जो विशेष रूप से संक्रमित लोगों के फेफड़ों और श्वसन मार्ग के भीतर होता है और कभी रक्त में नही मिलता है। इसी वजह से रक्त में ना मिलने के कारण मच्छर कोरोना के वाहक नही हो सकते या दूसरे शब्दों में कहें तो मच्छर से कोरोना संक्रमण नही हो सकता।
क्या मच्छरों से कोरोना हो सकता है या नही ?
कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी में माइक्रोबायोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और पैथोलॉजी विभाग ने बताया कि – मच्छर यदि किसी कोरोना संक्रमित इंसान को काटते हैं, तो वह वायरस मच्छरों में नही जा पाता, इसके पीछे का कारण यह है की कोरोना वायरस इंसान के खून में नही मिलता, जिससे यह मच्छर तक नही पहुँच पाता है। यह काफी जटिल प्रक्रिया है।
पूर्व अमेरिकी नौसेना के एंटोमोलॉजिस्ट जोसेफ एम कॉनलोन, जिन्हें मच्छर नियंत्रण में दुनिया भर में व्यापक अनुभव है और अमेरिकी मच्छर नियंत्रण संघ (एएमसीए) के तकनीकी सलाहकार हैं ने बताया कि – सबसे पहले मच्छर को इसके काटने के दौरान वायरस की अपेक्षित मात्रा को चुनना होगा। वायरस को न केवल पाचन प्रक्रिया से बचना चाहिए, बल्कि मच्छर के भीतर प्रतिकृति बनानी होगी और आंत की दीवार के माध्यम से मच्छर के कोइलोम (मुख्य शरीर गुहा) तक गुजरना होगा। वहाँ से यह लार ग्रंथियों के लिए अपना रास्ता बनाता है और मच्छर द्वारा इसकी लार ग्रंथियों के भाग के रूप में व्यक्त किया जाना चाहिए।
इसके अलावा, मच्छर मनुष्यों से आनुवंशिक रूप से बहुत भिन्न होते हैं। यह वायरस के लिए चुनौतीपूर्ण है की उसके पास इंसान और मच्छर दोनों को संक्रमित करने की क्षमता हो। जो की अभी तक कोरोना में नही है।
हमारे पास कोशिकाओं की सतह पर अलग-अलग रिसेप्टर्स हैं और हमारे कोशिकाओं के अंदर विभिन्न प्रतिकृति मशीनरी हैं।
वे कहते हैं – अपेक्षाकृत कम ही मानव वायरस में मनुष्यों और मच्छरों दोनों को संक्रमित करने की क्षमता होती है। मानव वायरस के विशाल बहुमत (जैसे कि इन्फ्लूएंजा, एचआईवी और दाद) बहुत लंबे समय से मनुष्यों को संक्रमित कर रहे हैं, और भले ही इनमें से कई हमारे रक्त में मिल जाते हैं, फिर भी वे मच्छरों को संक्रमित करने में असमर्थ हैं।
इसी तरह कई मच्छर वायरस भी हैं जो मनुष्यों या किसी स्तनधारी को संक्रमित करने में असमर्थ हैं। मच्छरों से कोरोना वायरस के संक्रमण का अभी कोई सबूत नही मिला है।
मच्छरों द्वारा मनुष्यों में फैलने वाले विषाणुओं में वेस्ट नील वायरस, डेंगू बुखार का कारण बनने वाला वायरस और चिकनगुनिया वायरस शामिल हैं, जो सभी संक्रमित लोगों के रक्त में फैलते हैं।
सैन गैब्रियल वैली मच्छर एंड वेक्टर कंट्रोल डिस्ट्रिक्ट (SGVVVCD) के वैज्ञानिक कार्यक्रम प्रबंधक मेलिसा डॉयल ने कहा – वेस्ट नाइल वायरस उस बिंदु पर एक मच्छर को संक्रमित करने में सक्षम होता है जहां लार ग्रंथियों में वायरस प्रचुर मात्रा में होता है। जब मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो वायरस लार ग्रंथियों से मानव शरीर में यात्रा करने में सक्षम होता है।
तो यह बहुत स्पष्ट है कि मच्छरों की वजह से किसी को कोरोना का संक्रमण नही हो सकता।
कोरोना को लेकर आज सभी लोग इतना डरे हुए हैं की बहुत से लोग यह भूल जाते हैं कि दूसरी खतरनाक बीमारियों का वाहक मच्छर आपकी खिड़की के ठीक बाहर हो सकता है। जो आपको कोरोना तो नही देगा लेकिन दूसरी बीमारियाँ जरूर देकर जाएगा।
आपको मच्छरों को लेकर सजग रहना चाहिए क्योंकि यह कोरोना तो नही फैलाते लेकिन इसके अलावा कई बीमारियाँ जरूर फैलाते हैं जैसे कि मलेरिया, डेंगू इत्यादि। इसलिए मच्छरों से आपको अपनी सुरक्षा जरूर करनी चाहिए।
मच्छर COVID-19 की गंभीरता का कारण बन सकते हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी संख्या को कम करने के लिए मजबूत उपायों को बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अध्ययनों से पता चला है कि COVID-19 संक्रमण के संभावित गंभीर या घातक परिणामों में शामिल होने वाले कारकों में अंतर्निहित चिकित्सीय मुद्दे शामिल हैं, जैसे कि न्यूरोलॉजिक स्थितियां जो मच्छर जनित वायरस द्वारा समवर्ती संक्रमण के कारण खांसी या पहले से तनावग्रस्त प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती हैं।
मच्छरों या मच्छरों से बचने के लिए COVID-19 से खुद को और दूसरों को बचाने के लिए कोरोना वायरस प्रोटोकॉल का पालन करना महत्वपूर्ण है। अपने हाथों को बार-बार साफ करें, सामाजिक दूरी का पालन करें, अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें, और जो कोई भी खांस रहा है और छींक रहा है उसके साथ निकट संपर्क से बचें।
यह स्टोरी WHO की गाइडलाइन के अनुसार लोगों को जागरूक करने के लिए लिखी गई है। अभी तक तो ऐसा कोई सबूत नही मिला है की मच्छर से कोरोना फैलता हो लेकिन अभी वायरस को आए भी ज़्यादा समय नही हुआ है, इसलिए आगे अगर इसमें किसी तरह का जेनेटिकल बदलाव आ जाए और यह मच्छरों को भी संक्रमित करना चालू कर दे।
तब यह मच्छरों से इंसानों में पहुँचेगा, लेकिन सच ये है की इतना जल्दी इसमें ऐसे बदलाव नही होंगे। इसलिए आप डरे नही और “बीमारियों के बॉक्स -मच्छर” से खुद का बचाव करें और इस बात को दिमाग से निकल दें की मच्छर से कोरोना हो सकता है, अभी तक यह संभव नही है।
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