Neem oil for Skin – नीम हमेशा से भारतीय स्किनकेयर रूटीन का हिस्सा रहा है। सदियों से मुँहासे और त्वचा के धब्बे के इलाज के लिए महिलाओं ने इस पर भरोसा किया है। नीम का पेड़ सदाबहार होता है। इसकी छाल, तेल, पत्ते और फल में औषधीय गुण होते हैं।

Neem oil for Skin
नीम का तेल (Neem Oil) त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए एक रामबाण इलाज है। अपने जीवाणुरोधी और एंटी-फंगल गुणों के लिए प्रसिद्ध नीम का तेल (Neem ka Tel) सौंदर्य, बालों और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है।
नीम का तेल मुँहासे नियंत्रण, सोरायसिस, रूसी, एक्जिमा और अन्य त्वचा के साथ-साथ खोपड़ी की समस्याओं के लिए बेस्ट उपचार है। नीम के फल और पत्तियों से निकाला गया तेल – एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ई, फैटी एसिड और कैरोटीनॉयड से भरपूर होता है।
हमने त्वचा विशेषज्ञ, कॉस्मेटोलॉजिस्ट और डीएनए स्किन क्लीनिक, बैंगलोर के संस्थापक डॉ प्रियंका रेड्डी से बात की, जिन्होंने हमें बताया कि नीम के मुख्य घटकों में से एक nimbidin है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
त्वचा की ज़्यादातर बीमारियों जैसे कि मुंहासे, लालिमा और जलन का मूल कारण सूजन होता है। नीम के सूजनरोधी (Anti Inflammatory) गुण त्वचा पर अच्छा प्रभाव डालते हैं।
वह कहती हैं – इसके एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी गुण मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को साफ करके मुँहासे का मुकाबला करने में मदद करते हैं।
वह हमें बताती है कि नीम में विटामिन ई मुँहासे के निशान की उपस्थिति को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा विटामिन ई के साथ ट्राइग्लिसराइड्स त्वचा को नमी बनाए रखने में मदद करता है।
जाहिर है, नीम का तेल (Neem Oil) हमारी त्वचा के लिए बहुत लाभकारी है आइए आपको इसके पाँच कारण बताते हैं –
Benefits of Neem Oil – नीम के तेल के फायदे
1. नीम का तेल (Neem Oil) मुँहासे और इसके निशान को ठीक करता है
नीम के तेल में मौजूद जीवाणुरोधी गुण इसको मुँहासे के लिए एक उत्कृष्ट उपचार बनाते हैं। नीम का तेल बैक्टीरिया के संक्रमण को खत्म करता है और त्वचा को शुष्क होने से बचाता है। इसके फैटी एसिड घटक प्राकृतिक रूप से निशान और दाना निशान को हल्का करने में मदद करते हैं। सूजनरोधी निंबिन (nimbin) और निंबिडिन (nimbidin) प्रभावी रूप से सूजन को कम करते हैं।
2. नीम के तेल में एंटी-एजिंग गुण होता है – Anti Ageing Properties in Neem Oil
डॉ रेड्डी हमें बताती हैं कि नीम का तेल कोलेजन उत्पादन को बढ़ा कर और त्वचा की इलास्टीसिटी में सुधार करके झुर्रियों की उपस्थिति को कम करता है। नीम का तेल पोषक तत्वों, फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट के साथ भरा होता है, जो फेस रेडिकल्स को नियंत्रण में रखते हैं जिससे त्वचा को चिकनी बनती है और झुर्रियों से बचाव होता है।
3. नीम का तेल एक्जिमा (Eczema) और सोरायसिस (Psoriasis) से सुरक्षा करता है
एक्जिमा की पहचान लाल, सूखी, खुजली और पपड़ीदार त्वचा है। यह एक त्वचा की सूजन की स्थिति है और वंशानुगत भी हो सकती है। नीम के तेल की मदद से आप त्वचा की लालिमा, खुजली, जलन और सूजन को खत्म कर सकते हैं। नीम का तेल एक प्रभावी एंटीसेप्टिक के रूप में जाना जाता है, यह त्वचा संक्रमण को रोकता है।
डॉ रेड्डी के अनुसार, नीम का तेल न केवल खोपड़ी की सूखापन और खुजली को कम कर सकता है, बल्कि इसके लिए आवश्यक नमी प्रदान करके बालों के विकास को प्रोत्साहित करता है, जिससे नीम का तेल सोरायसिस के उपचार के रूप में भी जाना जाता है।
4. नीम का तेल शुष्क त्वचा (Dry Skin) को निखारता है
शुष्क त्वचा (Dry Skin) में सूखापन, परतदार त्वचा और खुरदरापन होता है। नीम के तेल में उच्च वसीय अम्ल और एंटीऑक्सीडेंट गुणकारी और त्वचा उपचार गुणों के साथ यह शुष्क त्वचा (Dry Skin) के लिए एक बेहतरीन मॉइस्चराइजर है। यह न केवल त्वचा के मॉइस्चराइजेशन में मदद करता है बल्कि यह त्वचा के पीएच स्तर को संतुलित करने में भी मदद करता है।
5. नीम का तेल फंगल संक्रमण को ठीक करता है
डॉ रेड्डी नीम के तेल को एंटी-फंगल तेल कहती हैं। क्योंकि नीम का तेल विभिन्न फंगल संक्रमणों जैसे कि टोनेल फंगस (Toenail Fungus) के इलाज में बहुत प्रभावी है। नीम के तेल में मौजूद Gedunin एक एंटिफंगल घटक होता है, इसी वजह से यह फंगल इन्फ़ेक्शन में प्रभावी होता है।
त्वचा के लिए नीम के तेल का उपयोग कैसे कर सकते हैं? How can use neem oil for skin in Hindi?
डॉ रेड्डी कहती हैं – नीम का तेल आमतौर पर उपयोग करने के लिए सुरक्षित है, यह अत्यंत गुणकारी है और संवेदनशील त्वचा पर प्रतिकूल प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है। इसलिए,अपने चेहरे पर इसका उपयोग शुरू करने से पहले अपनी बांह पर नीम का तेल लगाकर परीक्षण करना सबसे अच्छा है। यदि 24 घंटों के भीतर एलर्जी की प्रतिक्रिया के कोई संकेत नहीं हैं, तो यह आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों पर उपयोग करने के लिए सुरक्षित है।
आप मुंहासों और मुंहासों के निशान के इलाज के लिए तेल को इसके बिना छाने हुए रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बस इतना करना है की कपास की एक रुई लेकर इसे तेल में डुबाना है और पिंपल्स या उनके निशान पर लगा लेना है। नीम का तेल लगाने के बाद इसे रात भर ऐसे ही छोड़ दें।
यदि आप इसे अपने चेहरे या शरीर के बड़े भाग में लगा रहे हैं, तो इसे नारियल तेल जैसे वाहक तेल के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर लगाना चाहिए।
याद रखें कि अगर आपकी त्वचा तैलीय (oily skin) है, जो मुंहासे से ग्रस्त है, तो नीम के तेल का उपयोग करने से उस स्थिति में वृद्धि हो सकती है। यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि आप तेल को उसके शुद्धतम रूप में उपयोग कर रहे हैं। यदि आप नीम का तेल कुछ दिन लगाएँ और आपको कोई फर्क ना लगे तो आपको त्वचा विशेषज्ञ से मिलना चाहिए।