Tourist Places in Amarkantak | अमरकंटक के पर्यटन स्थल

Tourist Places in Amarkantak : दोस्तो, घूमने के शौक़ीन बहुत सारे लोग जिसमें मैं भी शामिल हूँ अमरकंटक के पर्यटन स्थल की जानकारी खोजते हैं। इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको Best Tourist Places in Amarkantak (Madhya Pradesh) की पूरी जानकारी देने वाले हैं, जिससे की आप आसानी से मध्य प्रदेश में स्थित अमरकंटक के सभी लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की जानकारी पा सकें।

यहाँ पर हम Amarkantak Hill Station, Best Places To Visit Amarkantak, Resorts in Amarkantak, Amarkantak Waterfall जैसी सभी जानकारी देंगे। आइए जानते हैं Best and Popular Tourist Places in Amarkantak (MP) कौन-कौन से हैं।

Best Tourist Places to Visit Amarkantak

अमरकंटक मध्य प्रदेश के तीर्थ स्थलों में से एक है जो विंध्य और सतपुड़ा रेंज की उत्कृष्ट सुंदरता से घिरा हुआ है। इस गंतव्य को भारत की दो महान नदियों, नर्मदा और सोन के उद्गम के रूप में जाना जाता है, जो हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती है। पर्यटक यहाँ के प्राचीन मंदिरों और हरी-भरी पहाड़ियों की पूर्ण शांति में आश्चर्यजनक परिदृश्य को घूमते हैं। अमरकंटक में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ 13 स्थानों (top attractions to visit in Amarkantak) के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें और पांडवों और आधुनिक समय के विदेशी घुसपैठियों जैसे कई राजवंशों और साम्राज्यों की कहानियों को जानें, जिन्होंने इस गंतव्य को ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बनाने में योगदान दिया है।

The top attractions to visit in Amarkantak are :

  • नर्मदा कुंड और मंदिर (Narmada Kund & Temples)
  • कलचुरी काल के प्राचीन मंदिर (Ancient Temples Of Kalachuri Period)
  • दूध धारा फॉल्स (Dudh Dhara Falls)
  • श्री यंत्र मंदिर (Shri Yantra Mandir)
  • कपिल धारा फॉल (Kapil Dhara Fall)
  • मृत्युंजय आश्रम (Mrityunjay Ashram)
  • भृगु कमंडल (Bhrigu Kamandal)
  • कबीर कोठी (Kabir Kothi)

नर्मदा कुंड और मंदिर (Narmada Kund & Temples) – Best Places To Visit Amarkantak

प्राचीन शहर के केंद्र में स्थित, नर्मदा कुंड नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है और यह 16 प्राचीन पत्थर के मंदिरों से घिरा हुआ है। इस परिसर में कुछ मुख्य मंदिर नर्मदा मंदिर, भगवान शिव मंदिर और श्री राधा कृष्ण मंदिर हैं। यह मंदिर उन आगंतुकों को शाश्वत शांति प्रदान करता है जो धार्मिक यात्रा के रूप में अमरकंटक घूमना चाहते हैं।

मंदिर में आरती का समय : सुबह 6 बजे, दोपहर 12 बजे, शाम 4 बजे, रात 9 बजे

कलचुरी काल के प्राचीन मंदिर (Ancient Temples Of Kalachuri Period)

ये प्राचीन मंदिर 1042 – 1072 ईस्वी पूर्व के हैं और दक्षिण की ओर नर्मदाकुंड के ठीक पीछे स्थित हैं। के पहले की प्राचीन और प्रसिद्ध वास्तुकला में बनाए हैं, जो देखने में अद्भुत लगते हैं। इनमें पातालेश्वर महादेव मंदिर और मछेंद्रनाथ मंदिर शामिल हैं। मंदिर कलचुरी काल के हैं और कलचुरी महाराजा कर्णदेव द्वारा बनावाए गए थे।

दूध धारा फॉल्स (Dudh Dhara Falls) – Top Tourist Places To Visit in Amarkantak

दूध धारा फॉल्स भारत के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है और नर्मदा नदी का दूसरा जलप्रपात है जिसका नाम इसके रंग से मिलता है जो दूधिया सफेद है। स्थानीय लोग झरने के रंग की तुलना दूधिया सफेद से करते हैं इसलिए इसका नाम दूध धारा फॉल्स (Dudh Dhara Falls) है। आप इस गिरते हुए मोतियों समान पानी की सुंदरता से मंत्रमुग्ध हो जाएंगे जो आपकी यात्रा को बेहतर बनाएगा।

श्री यंत्र मंदिर (Shri Yantra Mandir)

इस अनोखे मंदिर में इंटरलॉकिंग त्रिकोण, सर्प हुड और एक घाटी से बाहर निकलने वाली एक आश्चर्यजनक स्थापत्य संरचना का एक इंटरफ़ेस है। पूरा मंदिर आदि शक्ति, महा शक्ति का एक ज्यामितीय प्रतिनिधित्व है और यह दुनिया भर से उपासकों और शुभचिंतकों को आकर्षित करता है।

कपिल धारा फॉल (Kapil Dhara Fall)

अमरकंटक की यात्रा करने वाले लोगों के लिए कपिलधारा जलप्रपात (Kapil Dhara Fall) एक प्रमुख आकर्षण है। नर्मदा नदी का पवित्र जल लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है और झरने का नाम प्रसिद्ध ऋषि कपिल के नाम पर पड़ा, जिन्होंने इस स्थान पर निवास किया था और धार्मिक तपस्या की थी।

मृत्युंजय आश्रम (Mrityunjay Ashram)

यह एक बहुत ही शांतिपूर्ण आश्रम है, जहाँ आपको शहर की हलचल से दूर कुछ सुकून मिलता है। आप अपने लिए आश्रम में एक शांतिपूर्ण स्थान खोजें और आत्मनिरीक्षण करें। कुछ समय अकेले बिताएं जो वास्तव में आपकी आत्मा को फिर से जीवंत कर देगा। बगीचे में टहलें और अपने आस-पास की हरी-भरी हरियाली का आनंद लें।

भृगु कमंडल (Bhrigu Kamandal) – Hidden Places in Amarkantak

भृगु कमंडल के घने जंगल के बीच आनंदमयी पैदल यात्रा पर जाएं। स्थानीय लोगों के अनुसार, ऋषि भृगु मानसून के महीनों के दौरान यहां एक छोटी सी गुफा में रहते थे। यह एक बहुत ही पवित्र स्थान है, जो कई रहस्यों से भरा है। इस जंगल में एक चट्टान है जिसे भृगु ऋषि का पानी का गिलास कहा जाता है।

कबीर कोठी (Kabir Kothi)

अमरकंटक के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक, यह वह जगह है जहाँ प्रसिद्ध संत कबीर निवास करते थे और हरे-भरे परिवेश और शांत वातावरण के बीच कई वर्षों तक ध्यान करते रहे।

अमरकंटक मध्य प्रदेश (Amarkantak Madhya Pradesh)

अमरकंटक एक रहस्यमय शहर है। अमरकंटक मुख्य रूप से एक धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है। इस शहर के बारे में भगवान शिव और उनकी बेटी नर्मदा से संबंधित कई पौराणिक कहानियां लोकप्रिय हैं। यहां से नर्मदा नदी और सोन जैसी हिंदू धर्म में पवित्र मानी जाने वाली नदियां निकलती हैं। एक अन्य महत्वपूर्ण नदी जोहिल्ला (Johilla River) भी अमरकंटक से निकलती है।

Amarkantak में लगभग 12 मंदिर हैं, जो नर्मदा मैय्या को समर्पित हैं। यहाँ का नर्मदा मंदिर सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, जो नर्मदा नदी के उद्गम स्थल के पास स्थित है। नागपुर के भोंसले (Bhonsles) ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। निर्माण होने के कई साल बाद रीवा के बघेल वंश के महाराजा गुलाब सिंह ने मंदिर परिसर की बाहरी चारदीवारी का निर्माण करवाया था। इसके बाद कलचुरियों (Kalchuris) ने अमरकंटक में मछेंद्रनाथ (Machendranath Temple) और पातालेश्वर मंदिर (Patleshwar Temple) का निर्माण करवाया था।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने मंदिरों के इस समूह (कर्ण मठ मंदिरों) को एक संरक्षित स्थल घोषित किया है। कुछ साल पहले, इस संरक्षित स्थल से एक मूर्ति चोरी हो गई थी, जिसे बाद में बरामद कर लिया गया था। हालाँकि, तब से, एएसआई ने इस मंदिर से मूर्ति को स्थानांतरित कर दिया है।

इस शहर के धार्मिक महत्व ने विभिन्न संप्रदायों और धर्मों के लोगों को आकर्षित किया है और इसके परिणामस्वरूप, अमरकंटक में विभिन्न साधु-महात्माओं के कई आश्रम वर्षों से स्थित हैं। अपने धार्मिक महत्व के कारण सभी प्रकार के भक्तों को आकर्षित करने के अलावा, अमरकंटक अपने सुंदर स्थान और सुखद जलवायु, सुरम्य देहाती स्थान, समृद्ध वनस्पति और मध्यम जलवायु परिस्थितियों के कारण, आसपास के क्षेत्रों से कई पर्यटकों को आकर्षित करता है।

अमरकंटक का तापमान साल भर 25 डिग्री सेंटीग्रेड से -2 डिग्री सेंटीग्रेड तक बदलता रहता है। जुलाई के महीने से सितंबर के महीने तक की अवधि को बारिश का मौसम कहा जा सकता है।

अमरकंटक का इतिहास (History of Amarkantak in Hindi)

History of Amarkantak in Hindi : अमरकंटक शहर मध्य प्रदेश के नव निर्मित जिले अनूपपुर में स्थित है। यह मैकाल पर्वत श्रृंखला पर स्थित है जो विंध्याचल और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं को जोड़ता है, जो समुद्र तल से लगभग 1067 मीटर ऊपर है। 2011 की जनगणना के अनुसार शहर की जनसंख्या मात्र 8,416 है।

अमरकंटक अमूल्य जड़ी-बूटी का स्रोत (Amarkantak is a Source of Invaluable Jadi-Butis)

अमरकंटक के आसपास के जंगलों में विभिन्न अमूल्य औषधीय पौधे हैं जैसे ब्राह्मी, गुलबकावली, सफेदमुसली, कालीमुस्ली, तेजराज, भोजराज, पातालकुम्हना, काली हल्दी, देवराज, हठजोड़ी, जटाशंकरी, अष्टगंध इत्यादि पाए जाते हैं, जो आयुर्वेद के लिए महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में स्थानीय वैद्य इनका उपयोग हर्बल उपचार बनाने के लिए करते हैं।

अमरकंटक कैसे पहुंचे (How to reach Amarkantak)

शहर के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का एक महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन ‘अनूपपुर’ है यहाँ से अमरकंटक 71 किलोमीटर की दूरी पर है।
Jabalpur (जबलपुर) से अमरकंटक 320 किलोमीटर की दूरी पर है।
रीवा से 265 कि.मी. की दूरी पर है।
शहडोल (Shahdol) से सड़क मार्ग से अमरकंटक लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है।

अनूपपुर, जबलपुर, रीवा और शहडोल इन सभी शहरों में रेलवे स्टेशन हैं। इसलिए आप ट्रेन से भी यात्रा कर सकते हैं।

अमरकंटक का निकटतम रेलवे स्टेशन पेंड्रा (Pendra) है, जो यहाँ से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर है। पेंड्रा छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले में स्थित है।

अमरकंटक तक हवाई मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है। अमरकंटक में एक स्थायी हेलीपैड है। इसके अलावा शहडोल जिले के लालपुर में एक हवाई पट्टी (Airstrip) भी है। अगर आप अमरकंटक घूमने के लिए हवाई मार्ग से लालपुर जाते हैं, तो आगे आपको लालपुर से सड़क मार्ग से अमरकंटक जाना पड़ेगा जो लगभग 90 किमी दूरी पर है।

  • हवाई मार्ग से : जबलपुर हवाई अड्डा अमरकंटक का निकटतम हवाई अड्डा है, जो लगभग 254 किमी की दूरी पर स्थित है।
  • रेल द्वारा : पेंड्रा रोड, पवित्र शहर से 17 किमी दूर स्थित अमरकंटक का निकटतम रेलवे स्टेशन है।
  • सड़क मार्ग से : आप जबलपुर और रीवा के लिए बस ले सकते हैं जो अमरकंटक से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं या पेंड्रा रोड से अमरकंटक के लिए राज्य की बसें ले सकते हैं।

How Many Days Required To Visit Amarkantak

अमरकंटक घूमने जाने वाले बहुत सारे पर्यटक जानना चाहते हैं कि ‘अमरकंटक घूमने के लिए कितने दिन चाहिए‘ इसलिए हम यहाँ पर आपको ‘How Many Days Required To Visit Amarkantak‘ के बारे में बताने वाले हैं. आइए जानते हैं.

अमरकंटक को पूरी तरह से घूमने के लिए आपको मात्र 2 दिन की ज़रूरत है। इन 2 दिनों में आप क्या करेंगे इसकी जानकारी नीचे दी गई है:

  • पहला दिन (1st Day to Visit in Amarkantak) : अपने दिन की शुरुआत शहर के केंद्र में प्रसिद्ध नर्मदाकुंड पर जाकर करें, जिसके आसपास के क्षेत्र में लगभग 16 मंदिर हैं। जिनमें प्रमुख रूप से शिव मंदिर, गुरु गोरखनाथ मंदिर, दुर्गा मंदिर और अन्य शामिल हैं। इसके बाद, जुहिला नदी नदी के पास स्थित श्री ज्वलेश्वर महादेव मंदिर और कलचुरी के प्राचीन मंदिरों की ओर प्रस्थान करें।
  • दूसरा दिन (2nd Day to Visit in Amarkantak) : प्रसिद्ध माँ की बगिया (Maa ki Bagiya) जाएँ, जो नर्मदा नदी के सम्मान में अमरकंटक की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक मानी जाती है। वुडलैंड्स के बीच एक सुकून भरी सुबह बिताएं और केले, आम और अन्य फलों के विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जैविक बागानों को देखने का आनंद उठाए। इसके बाद कपिल धारा जलप्रपात (Kapil Dhara waterfalls) और कबीर चतुर्बा (Kabir Chaturba) के पवित्र स्थल की यात्रा के लिए भी समय निकालें, जो कि परम पूजनीय संत कबीर के आत्मनिरीक्षण का मंच था। इसके साथ ही आप मार्केट में ख़रीददारी के लिए भी जा सकते हैं।

अमरकंटक में मौजूदा सुविधाएं (Existing Facilities At Amarkantak)

अमरकंटक में मौजूदा सुविधाएं चाहे सरकार के माध्यम से हों या निजी वितरण प्रणाली के माध्यम से, न तो जगह के महत्व के अनुरूप हैं और न ही नियमित पर्यटक प्रवाह को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं। स्थानीय नगर निकाय द्वारा बनाए गए कुछ पर्यटक कॉटेज (Tourist Cottages) भी हैं। मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम एक ‘Holiday Home’ चलाता है जिसमें दस कमरे और दो शयनगृह हैं। कल्याण और बर्फानी आश्रमों में कुछ आवास उपलब्ध हैं। हालांकि, अमरकंटक में पर्यटकों के लिए कोई लक्जरी होटल नहीं हैं।

अमरकंटक में देश की सभी मोबाइल फोन सेवाएं उपलब्ध हैं। BSNL, Jio, Airtel, Vodafone Idea जैसी सभी मोबाइल ऑपरेटरों की अमरकंटक में सेवा मौजूद है। इसके अलावा, बीएसएनएल द्वारा दी जाने वाली ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी यहाँ के सभी ब्राउजिंग कैफे में भी उपलब्ध है। पर्यटक अमरकंटक में इंटरनेट सुविधा का लाभ आसानी से उठा सकते हैं।

Amarkantak के स्थानीय बाजार को ठीक से व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। एक ‘हाट-बाजार (Haat-Bazaar)’ साइट भी है, जहां जिले भर के स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) अपने द्वारा उत्पादित ग्रामीण उत्पाद बेचते हैं। देखा जाए तो अमरकंटक मध्य प्रदेश राज्य का एक ऐसा पर्यटक स्थल है जिसमें देश-विदेश के सैलानियों की पसंद का एक महत्वपूर्ण पर्यटक आकर्षण (Tourist Place) बनने की क्षमता मौजूद है, फिर भी अभी तक इस स्थल की राज्य सरकार द्वारा अनदेखी की गई है। यहाँ एक बस-स्टैंड भी है, जिसे एक नया रूप देने की जरूरत है, क्योंकि कई पर्यटक सड़क मार्ग से अमरकंटक आना पसंद करते हैं। इसके अलावा पार्किंग की सुविधा और कुछ नागरिक सुविधाएँ विकसित करने की ज़रूरत है।